Friday, 21 February 2020

Coronavirus कोरोना वायरस | karona waris symptoms

Coronavirus 
 कोरोना वायरस

karona waris symptoms

आरएनए वायरस का कोई भी समूह जो मनुष्यों और अन्य जानवरों में विभिन्न प्रकार के रोगों का कारण बनता है।
चीन में फैल रहा जानलेवा 2019-एनसीओवी कोरोना वायरस Corona virus से अब तक 80 जानें ले चुका है। ऐसे में अब विश्व के 11 देशों में फैल चुके इस वायरस की दस्तक भारत में भी हो गई है।
बताया जाता है कि यह वायरस Corona-virus उत्तर प्रदेश, बिहार के बाद अब दिल्ली तक भी पहुंच गया है। वहीं मध्यप्रदेश में भी इसके संदिग्ध की बात समाने आ रही है। जबकि बिहार से कोरोना वायरस Coronavirus के चार और उत्तर प्रदेश से एक संदिग्ध मरीज मिले हैं। इनके अलावा दिल्ली में भी संदिग्ध मरीजे मिले हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
karona waris symptoms

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karona waris symptoms


  कोरोनावायरस के लक्षण
Symptoms of coronavirus 
इसके लक्षणों में नाक का बहना, खांसी, गले में खराश और बुखार शामिल हैं।
निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं। कोरोनावायरस इंफेक्शन आपके सांस की नली और फेफड़ों तक पहुंच गया है तो यह निमोनिया का कारण बन सकता है।
दरअसल जानकारों के अनुसार अधिकतर मामलों में हम नहीं जान सकते हैं कि हमें या हमारे साथी को सामान्य बुखार है या फिर कोरोनावायरस। यानि सच्चाई जानने के लिए लैब टेस्ट कराना जरूरी है।
इसके साथ ही अब तक इसका अभी तक कोई इलाज भी नहीं है। न तो कोरोना वायरस ( CoV ) की कोई वैक्सीन बनी है और न ही 2019-nCoV की।
इससे बचने के लिए किसी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।
कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए ये उपाय करें...
1. अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें।
2. खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।
3. जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।
4. मीट और अंडों को अच्छे से पकाएं।
5. जंगल और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं।
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सावधानियां-
जानकारों के मुताबिक संक्रमण से बचाव के लिए 20 सेकंड तक साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं। मरीज को सीधे छुएं नहीं। खांसते या छींकते समय नैपकिन या कपड़े से मुंह को ढंके। सफर के दौरान एन-95 मास्क का इस्तेमाल करने की भी हिदायत दी गई है। एडवाइजरी के मुताबिक, अगर आप संक्रमित हैं तो तत्काल नजदीक के हॉस्पिटल से मास्क लेकर पहनें।
MEDICINES 
आयुर्वेद की कुछ दवाओं में अगस्त्य हरितिकी (5 ग्राम) दिन में दो बार गरम पानी के साथ, संशमनी वटी (500) दिन में दो बार, त्रिकटु का चूर्ण 5 ग्राम ले सकते हैं। इसके अलावा एक लीटर पानी में तुलसी की 3 से 5 पत्तियां उबालें। जब ये पानी आधा रह जाए तो ठंडा करके घूंट-घूंट करके पिएं। अणु तेल या तिल के तेल की दो बूंद रोजाना सुबह नाक में डालें।
होम्योपैथी Homeopathy : संक्रमण से बचाव के लिए होम्योपैथिक दवा 'आर्सेनियम एल्बम-30' खाली पेट 3 दिन तक ली जा सकती है। यही डोज अगले महीने दोबारा लें।
वहीं आयुर्वेद के जानकारों की मानें तो ये वायरस मुख्य रूप से प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होने पर अपना टार्गेट बनाता है।
अत: ऐसे में आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय है जिनकी मदद से हम अपना प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत कर सकते हैं। जिसके बाद मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र के चलते हम कोरोना वायरस से भी मुकाबला करने में सक्षम हो सकते हैं।
चीन में इस वायरस के चलते पर्यटकों की संख्या घट सकती है. इसका सीधा असर चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. पहले ही चीन की अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर में है. कई देशों ने अपने नागरिकों से चीन नहीं जाने के लिए कहा है. कई देशों ने वुहान से आने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. रूस ने चीन के साथ अपने पूर्वी बॉर्डर को भी बंद कर दिया है.


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